सत्संग में जाने के फायदे
एक बार एक सज्जन ने किसी सत्संगी से पूछा कि, तुमने पूरी जिंदगी सत्संग में गुजार दी, तुमने ऐसा क्या पाया, सत्संगी ने मुस्कराते हुए कहा,कि मैने क्या पाया ये तो, मेरा सतगुरु मुझसे बेहतर जानता है।
पर हाँ मैने जरूर कुछ खोया है। वो है मेरा क्रोध, मेरा घमंड, मेरी लालच, मेरी उदासी और मौत का डर।
पर हाँ मैने जरूर कुछ खोया है। वो है मेरा क्रोध, मेरा घमंड, मेरी लालच, मेरी उदासी और मौत का डर।
~PSD~