सिमरन करो
किसी सेठ के पास एक नोकर गया! सेठ ने पूछा:"रोज के कितने रूपये लेते हो?"
नोकर:"बाबू जी! वैसे तो आठ रुपये लेता हूँ! फिर आप जो दे दें!"सेठ:"ठीक है, आठ रुपये दूँगा! अभी तो बैठो!
फिर जो काम होगा,वह बताऊँगा!"सेठ जी किसी दूसरे काम में लग गये! उस नये नोकर को काम बताने का मौका नहीं मिल पाया!
जब शाम हुई तब नोकर ने कहा: "सेठ जी! लाइये मेरी मजदूरी!"सेठ:"मैंने काम तो कुछ दिया ही नहीं, फिर मजदूरी किस बात की?"नोकर: "बाबू जी! आपने भले ही कोई काम नहीं बताया किन्तु मै बैठा तो आपके लिए ही रहा!"सेठ ने उसे पैसे दे दिये!
जब साधारण मनुष्य के लिए खाली-खाली बैठे रहने पर भी वह मजदूरी दे देता है तो परमात्मा के लिए खाली बैठे भी रहोगे तो वह भी तुम्हें दे ही देगा! 'मन नहीं लगता....क्या करे?' नहीं, मन नहीं लगे तब भी बैठकर जप करो, सिमरन करो! बैठोगे तो उसके लिए ही न? फिर वह स्वयं ही चिंता करेगा....
नोकर:"बाबू जी! वैसे तो आठ रुपये लेता हूँ! फिर आप जो दे दें!"सेठ:"ठीक है, आठ रुपये दूँगा! अभी तो बैठो!
फिर जो काम होगा,वह बताऊँगा!"सेठ जी किसी दूसरे काम में लग गये! उस नये नोकर को काम बताने का मौका नहीं मिल पाया!
जब शाम हुई तब नोकर ने कहा: "सेठ जी! लाइये मेरी मजदूरी!"सेठ:"मैंने काम तो कुछ दिया ही नहीं, फिर मजदूरी किस बात की?"नोकर: "बाबू जी! आपने भले ही कोई काम नहीं बताया किन्तु मै बैठा तो आपके लिए ही रहा!"सेठ ने उसे पैसे दे दिये!
जब साधारण मनुष्य के लिए खाली-खाली बैठे रहने पर भी वह मजदूरी दे देता है तो परमात्मा के लिए खाली बैठे भी रहोगे तो वह भी तुम्हें दे ही देगा! 'मन नहीं लगता....क्या करे?' नहीं, मन नहीं लगे तब भी बैठकर जप करो, सिमरन करो! बैठोगे तो उसके लिए ही न? फिर वह स्वयं ही चिंता करेगा....
~PSD~