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शुकराना

शुक्र हैं हर पल हर सांस मेरे मालिक जो बक्शा हैं तूने मुझे एक बार फिर से ।
वरना तो मेरी इतनी भी औकात नही की एक कदम भी तेरे बिना चल पाता।
~PSD~